केदारनाथ धाम जाने वाले ध्यान दें, पैदल मार्ग पर शाम पांच बजे से सुबह तक रोक; ये हुए बदलाव

रविवार को गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर तीन श्रद्धालुओं की मृत्यु के बाद, इस मार्ग को अब शाम 5 बजे से लेकर सूर्योदय तक बंद रखने का निर्णय लिया गया है।

Share

केदारनाथ धाम में सावन मास के पहले सोमवार को भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। 22 जुलाई को 3,570 श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के दर्शन किए। Kedarnath Yatra Rule  केदारनाथ पहुंचने वाले श्रद्धालुओं का आंकड़ा 10 लाख 66 हजार 166 पहुंच गया है। सावन माह में शिव भक्त बड़ी संख्या में बाबा केदार के दरबार में पहुंच रहे हैं। खास बात ये है कि भारी बारिश के बावजूद भी श्रद्धालु बाबा के दर पर पहुंच रहे हैं। वहीं श्रदालुओ की सुरक्षा के मद्देनजर प्रशासन निरंतर नई व्यवस्थाएं लागू कर रहा है। जानकारी के अनुसार अब गौरीकुंड से केदारनाथ तक के पैदल मार्ग पर एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है। रविवार को गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर तीन श्रद्धालुओं की मृत्यु के बाद, इस मार्ग को अब शाम 5 बजे से लेकर सूर्योदय तक बंद रखने का निर्णय लिया गया है।

दरअसल भारी बारिश और खराब मौसम के चलते रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे और गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर कई स्थानों पर पत्थर और मलबा गिरने की घटनाएं हो रही हैं। इससे यात्रियों की जान को खतरा हो सकता है। इन हालातों में अतिरिक्त सावधानी बरतने की आवश्यकता है। जानकारी के अनुसार गौरीकुंड से केदारनाथ तक के पैदल मार्ग को शाम 5 बजे से लेकर सुबह तक बंद रखने का निर्णय लिया गया है। दरअसल यह कदम रविवार को गौरीकुंड-केदारनाथ मार्ग पर तीन श्रद्धालुओं की मौत के बाद उठाया गया है। बता दें कि इस नियम का उद्देश्य यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देना है। वहीं उप जिलाधिकारी अनिल कुमार शुक्ला ने केदारनाथ धाम की यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं से अनुरोध किया है कि वे यात्रा से पहले मौसम की सटीक जानकारी अवश्य लें। उन्होंने खराब मौसम में यात्रा से बचने की सलाह दी है।