कोलकाता रेप कांड को लेकर भड़का उत्तराखंड के डॉक्टरों का गुस्सा, ममता सरकार पर बरसी भाजपा

पश्चिम बंगाल के कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर की रेप के बाद नृशंस हत्या की घटना से पूरे देश के डॉक्टरों ने आंदोलन छेड़ दिया है। उत्तराखंड के सभी डॉक्टरों ने काली पट्टी बांधकर अपना विरोध जताया।

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कोलकाता में एक महिला डॉक्टर के साथ हुई शर्मनाक घटना के बाद पूरे देश में अलग-अलग तरीके से विरोध हो रहा है। Kolkata Rape Murder Case रेप और मर्डर मामले में आज पंडित दीनदयाल उपाध्याय जिला चिकित्सालय में सेवारत उत्तराखंड प्रांतीय चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवा संघ के डॉक्टरों ने काली पट्टी बांधकर अपना विरोध दर्ज किया। वहीं, शनिवार को आईएमए (इंडियन मेडिकल एसोसिएशन) ने सुबह 6 बजे से 24 घंटे तक कार्य बहिष्कार की घोषणा की है। उन्होंने सरकार से डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम किए जाने की मांग उठाई है। वहीं आज दोपहर बाद प्रांतीय चिकित्सा स्वास्थ्य सेवा संघ के पदाधिकारियों की ओर से एक जूम मीटिंग आयोजित की गई। जिसमें निर्णय लिया गया कि चिकित्सक संघ के सभी डॉक्टर 24 घंटे के कार्य बहिष्कार पर रहेंगे। हालांकि इस दौरान आपातकालीन सेवाएं, पोस्टमार्टम ड्यूटी, वीआईपी ड्यूटी पूर्व की भांति की जाएगी, लेकिन 24 घंटे के लिए सभी डॉक्टर ओपीडी और इलेक्टिव सर्जरी नहीं करेंगे।

वही, इस मामले पर सियासत भी तेज हो गई है। भाजपा ने पूरे मामले में ममता सरकार की घेरते हुए, बंगाल में कानून का राज समाप्त होने का आरोप लगाया है। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रत्युष कांत ने ममता सरकार पर कोलकाता डॉक्टर रेप मर्डर मामले को दबाने का आरोप लगाया है। साथ ही कानून का राज खत्म होने की बात कही है। राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रत्युष कांत ने कहा कि मामले के आरोपियों और टीएमसी के बीच ऐसा क्या रिश्ता है, जिसका विरोध करने की हिम्मत कांग्रेस और इंडिया गठबंधन नहीं कर पा रहा है। महिलाओं के बैंक खातों में खटखट पैसे डालने के झूठे वादे करने वाले अब महिला अत्याचार पर खटाखट प्रतिक्रिया देने से क्यों बच रहे हैं और संविधान की कॉपी हाथ में लेकर घूमने वाले विपक्षी नेता इस तरह संविधान की हत्या पर मौन क्यों हैं। उन्होंने कहा कि एक डॉक्टर बेटी के साथ अस्पताल के अंदर हुई जघन्य घटना को पहले पुलिस द्वारा सुसाइड बताने का प्रयास किया गया, जोकि बेहद शर्मनाक है। वहां महिला मुख्यमंत्री होने के बावजूद अपराधियों को बचाने के प्रयास खुलेआम किए गए।