उत्तरकाशी टनल हादसा: हर श्रमिक को एक लाख, रैट माइनिंग टीम को 50-50 हजार

मुख्यमंत्री ने टनल में फंसे प्रत्येक श्रमिकों को 1 लाख की रुपए की प्रोत्साहन राशि भेंट की। साथ ही रैट माइनिंग तकनीक से मैन्युअल खुदाई करने वाले श्रमिकों को भी 50-50 हज़ार की प्रोत्साहन राशि देने की घोषणा की।

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उत्तरकाशी सिलक्यारा टनल में फंसे सभी 41 मजदूरों को कल 28 नवंबर रात को सुरक्षित बाहर निकाला गया है, जिसके बाद न सिर्फ उत्तराखंड बल्कि पूरे देश में जश्न का माहौल है। Uttarkashi Tunnel Rescue मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चिन्यालीसौड़ में प्रारंभिक जांच हेतु भर्ती सिलक्यारा टनल से रेस्क्यू किए गए श्रमिकों का हाल-चाल जानने पहुंचे। इस दौरान मुख्यमंत्री धामी ने टनल से रेस्क्यू किए प्रत्येक श्रमिक को ₹ 1- 1 लाख की सहायता राशि के चेक प्रदान करने के साथ ही रेस्क्यू ऑपरेशन के अंतिम दौर में पाइप पुशिंग हेतु रैट माइनिंग तकनीक से मैन्युअल खुदाई करने वाले श्रमिकों को भी 50-50 हज़ार की प्रोत्साहन राशि देने की घोषणा की।

मुख्यमंत्री धामी ने अस्पताल में भर्ती प्रत्येक श्रमिक से उनका कुशलक्षेम जाना। उन्होंने डॉक्टरों से श्रमिकों के स्वास्थ लाभ, चिकित्सा उपचार के बारे में जानकारी ली। धामी ने रेस्क्यू किए गए श्रमिकों में से टनकपुर, चंपावत के पुष्कर की माता से मोबाइल पर बात कर, पुष्कर के बारे में जानकारी दी और कहा कि सभी श्रमिकों को कुशल बचाकर राज्य सरकार ने अपना वचन निभाया है। मुख्यमंत्री ने पुष्कर की माता को बताया कि पुष्कर के साथ ही सभी श्रमिक सुरक्षित हैं। जल्द ही हायर सेंटर में जांच करवाने के बाद पुष्कर सहित अन्य श्रमिकों को उनके घर भेज दिया जाएगा। धामी ने रेस्क्यू किए गए श्रमिकों के परिजनों से भी मुलाकात की। उन्होंने श्रमिकों के साहस, मनोबल और परिजनों के धैर्य के साथ ही रेस्क्यू अभियान में शामिल सभी एजेंसियों व कार्मिकों की अनथक मेहनत को इस अभियान की सफलता का आधार बताया।