आईपीएस दीपम सेठ ने उत्तराखण्ड पुलिस के 13वें पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) के रूप में पदभार ग्रहण किया। कार्यवाहक डीजीपी पद से अवमुक्त होने के बाद एडीजी अभिनव कुमार को जेल विभाग की जिम्मेदारी दी गई है। IPS Abhinav Kumar gets new responsibility हालांकि उम्मीद की जा रही थी कि अभिनव कुमार को शासन में कोई बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है। लेकिन फिलहाल उन्हें एडीजी जेल की जिम्मेदारी ही दी गई है। उन्हें एडीजी जेल बनाया गया है। आईपीएस अभिनव कुमार से कार्यवाहक डीजीपी की जिम्मेदारी हटाए जाने के साथ ही एडीजी कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी भी वापस ली गई है। खास बात यह है कि फिलहाल इस जिम्मेदारी को किसी भी अधिकारी को नहीं सौंपा गया है। इसके अलावा दो और आईपीएस अधिकारियों के ट्रांसफर किए गए हैं। इनमें विमला गुंज्याल को आईजी विजिलेंस बनाया गया, जबकि एसएसपी विजिलेंस रहे धीरेंद्र गुंज्याल को वहां से हटाते हुए बाध्य प्रतीक्षा में रखा गया है।
गुंज्याल जनवरी में डीआईजी पद पर पदोन्नत होंगे। बता दें कि जेल मैन्युअल के अनुसार, जेल विभाग में आईजी का पद आईएएस अफसर का होता है, मगर, 15 दिसंबर 2014 को कुख्यात अमित भूरा के पुलिस अभिरक्षा से फरार होने के बाद इस व्यवस्था को बदल दिया गया था। उस वक्त सरकार ने आईजी जेल की जिम्मेदारी आईपीएस अधिकारी को देने का निर्णय लिया और पहली बार आईपीएस पीवीके प्रसाद आईजी जेल रहे। एडीजी पद पर पदोन्नत होने के बाद भी प्रसाद पद पर रहे, लेकिन बाद में यहां आईजी रैंक के अधिकारी को ही तैनात कर दिया गया। वर्तमान में आईपीएस विमला गुंज्याल आईजी जेल के पद पर थीं। ऐसे में अब एडीजी अभिनव कुमार को यह जिम्मेदारी दी गई है।