दिल्ली कोचिंग हादसे के बाद उत्तराखंड में एक्शन, जलभराव वाले क्षेत्रों में बंद होंगे कोचिंग संस्थान

राजधानी में जलभराव और बाढ़ वाले क्षेत्र में संचालित कोचिंग संस्थान मानसून काल में बंद किए जाएंगे। डीएम सोनिका ने सुरक्षा के चलते यह निर्णय लिया है।

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दिल्ली की घटना के बाद अब उत्तराखंड में कोचिंग सेंटरों पर सख्ती बरती जा रही है। राजधानी में जलभराव और बाढ़ वाले क्षेत्र में संचालित कोचिंग संस्थान मानसून काल में बंद किए जाएंगे। Action on Uttarakhand coaching centers डीएम सोनिका ने सुरक्षा के चलते यह निर्णय लिया है। साथ ही एमडीडीए, पुलिस, नगर निगम, फायर सहित संबंधित विभागों को ऐसे कोचिंग संस्थानों को चिह्नित करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही कोचिंग संस्थानों का सत्यापन कर सूची उपलब्ध कराने के लिए कहा है। डीएम सोनिका ने बच्चों के भविष्य और मेहनत को ध्यान में रखते हुए जनपद में संचालित कोचिंग सेंटर और मॉल के बेसमेंट में लोगों की गतिविधि न हो इसका पालन करवाने और एडीएम प्रशासन को मॉनिटिरिंग करने के निर्देश दिए।

साथ ही मानसून और संभावित अतिवृष्टि के मद्देनजर कोई अप्रिय घटना घटित न हो, इसके लिए बेसमेंट कोचिंग संस्थानों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए। डीएम ने कहा कि सभी विभाग आपसी समन्वय से कार्य कर भवन मानक एवं अन्य इंतजामों का परीक्षण कर लें। उन्होंने शिक्षा विभाग को कोचिंग संस्थानों की सूची भेजने के निर्देश दिए। शासन की ओर से जिला स्तर पर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष की अध्यक्षता में समिति गठित की गई है। इसमें नगर आयुक्त, जिलाधिकारी की ओर से नामित अधिकारी, जिला अग्निशमन अधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक की ओर से नामित अधिकारी सदस्य बनाए गए हैं।

इन बिंदुओं पर होगी जांच

  • कोचिंग संस्थानों में निबंधन की स्थिति
  • सुरक्षा मानकों का कितना हो रहा पालन
  • भवन निर्माण व विकास उपविधि का कितना पालन
  • फायर एक्जिट व्यवस्था
  • कोचिंग संस्थानों में प्रवेश एवं निकास के इंतजाम
  • आकस्मिक स्थिति से निपटने के उपाय