कैसे अस्पताल पहुंचेंगी गर्भवती! जोशीमठ के अधिकारियों के सामने नई चिंता, जारी किए ये आदेश

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उत्तराखंड के जोशीमठ में भू धंसाव की वजह से सैकड़ों परिवारों को अपना मकान खाली करके दूसरी जगह शिफ्ट होना पड़ा है। इस बीच, मौसम विभाग ने बारिश और बर्फबारी का अलर्ट जारी किया है। ऐसे में प्रशासन के सामने एक और चिंता खड़ी हो गई है। दरअसल, प्रशासन उन गर्भवती महिलाओं के लिए चिंतित है, जिनके प्रसव की संभावित तिथि डॉक्टरों ने इसी महीने यानि जनवरी में बताई है। अधिकारियों के मुताबिक, अगर किसी महिला को तत्काल प्रसव पीड़ा हुई तो इन हालातों को देखते हुए उसे तुरंत अस्पताल पहुंचाना मुश्किल साबित होगा। इसलिए स्वास्थ्य विभाग ने परिजनों से अपील की है कि गर्भवती महिलाओं को वह प्रसव की संभावित तिथि से एक सप्ताह पहले अस्पताल में भर्ती करा दें।

अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉक्टर एमएस खाती के मुताबिक, जिन महिलाओं का प्रसव की सम्भावित तिथि जनवरी में है, उनकी संख्या 11 है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, फरवरी में 9 महिलाओं का प्रसव होना है। गर्भवती महिलाओं को अस्पताल में लाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने तीन एम्बुलेंस की 24 घंटे तैनाती कर दी है। आशा और एएनएम को गर्भवतियों की निरंतर जांच करने के निर्देश जारी किए हैं। मौसम के इस बदलते मिजाज ने जोशीमठ के आपदा पीड़ितों की चिंता और बढ़ा दी है। मौसम विभाग ने भी अगले कुछ घंटों में चमोली समेत अन्य हिस्सों में बारिश की संभावना जताई है। पीड़ितों का कहना है कि जोशीमठ में बारिश से इन दरारों के जरिए धरती के अंदर पानी जाने से समस्या और बढ़ेगी।