देहरादून में ऐतिहासिक झंडा मेला शुरू, उमड़ा आस्था का सैलाब; निशान साहिब पर चढ़ाये जा रहे गिलाफ

श्रीझंडेजी के आरोहण के लिए दरबार साहिब में आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। इस बार पंजाब के होशियारपुर निवासी हरभजन सिंह पुत्र हरिसिंह को दर्शनी गिलाफ चढ़ाने का अवसर मिला है।

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राजधानी देहरादून में शनिवार को श्री झंडेजी के आरोहण के साथ ऐतिहासिक झंडा मेला शुरू हो गया। यह 17 अप्रैल तक चलेगा। Dehradun Jhanda Ji Mela सुबह से ही श्रीझंडेजी के आरोहण के लिए दरबार साहिब में आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। सुबह सात बजे से पूजा की प्रक्रिया शुरू हुई और झंडे जी पर गिलाफ चढ़ाने का काम शुरू हो गया। इस बार पंजाब के होशियारपुर निवासी हरभजन सिंह पुत्र हरिसिंह को दर्शनी गिलाफ चढ़ाने का अवसर मिला है। संगतों द्वारा दूध, दही, घी, मक्खन, गंगाजल और पंचगव्यों से श्री झण्डे जी को स्नान कराया गया। विधिवत वैदिक विधान से पूजा अर्चना के पश्चात् अरदास की गयी। दस बजे से श्री झण्डे जी (पवित्र घ्वज दण्ड) पर गिलाफ चढ़ाने का कार्य शुरू किया गया। दोपहर 2 बजे से 4 बजे के बीच श्री दरबार साहिब के सज्जादानशीन श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज की अगुआई में श्री झण्डे जी का आरोहण किया गया।

बता दें श्री झण्डे जी पर तीन तरह के गिलाफों का आवरण होता है। सबसे भीतर की ओर सादे गिलाफ चढ़ाए जाते हैं। इनकी संख्या 41 (इकतालीस) होती है। मध्यभाग में शनील के गिलाफ चढ़ाए जाते हैं। इनकी संख्या 21 (इक्कीस) होती है। सबसे बाहर की ओर दर्शनी गिलाफ चढ़ाया जाता है, इनकी संख्या 1 (एक) होती है। श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज की अगुआई में 1 अप्रैल को ऐतिहासिक नगर परिक्रमा होगी। नगर परिक्रमा सुबह 7ः30 बजे प्रारम्भ होगी। नगर परिक्रमा में 25 हजार से अधिक संगंतें शामिल होंगी। श्री झण्डे जी आरोहण के तीसरे दिन नगर परिक्रमा का आयोजन किया जाता है। सोमवार सुबह 7ः30 बजे श्री दरबार साहिब परिसर से नगर परिक्रमा आरंभ होगी। श्रीझंडेजी के आरोहण से पूर्व श्रीदरबार साहिब में और दून की सड़कों पर श्रद्धालु उमड़ पड़े। श्रीदरबार साहिब से स्कूल-कॉलेज की संगतें लगातार पहुंचती रहीं। सहारनपुर रोड पर कई जगह भंडारे आयोजित किए गए।