उत्तराखंड के चमोली जिले में ग्लेशियर फटने से 57 मजदूर बर्फ में दब गए। मजदूरों को बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपेरशन शुरू किया गया है। अभी तक 16 मजदूरों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। Chamoli Mana Glacier Accident अन्य की तलाश की जा रही है। हिमस्खलन की घटना के बारे में पुलिस महानिरीक्षक, एसडीआरएफ, रिधिम अग्रवाल ने बताया कि माणा गाँव, ज़िला चमोली के पास हिमस्खलन की घटना में बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइज़ेशन (BRO) के कुल 57 श्रमिक प्रभावित हुए। कमांडेंट BRO के अनुसार, अब तक 15 श्रमिक सुरक्षित हैं, जबकि 42 लापता थे। एसडीआरएफ की एक टीम जोशीमठ से रवाना हो चुकी है। लामबगड़ में सड़क अवरुद्ध होने के कारण सेना से संपर्क कर मार्ग खोलने की प्रक्रिया चल रही है। दूसरी टीम को सहस्रधारा हेलीपैड पर अलर्ट पर रखा गया है।
उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर फटने के संदर्भ में मुख्यमंत्री श्री @pushkardhami जी, DG ITBP और DG NDRF से बात की। हादसे में फँसे लोगों को सुरक्षित निकालना हमारी प्राथमिकता है।
स्थानीय प्रशासन बचाव कार्यों में पूरी तत्परता से लगा हुआ है। NDRF की दो टीमें भी जल्द ही घटना स्थल पर…
— Amit Shah (@AmitShah) February 28, 2025
An unfortunate avalanche has occurred in the Mana area of Joshimath (Uttarakhand) today impacting the GREF camp of BRO. Spoke to CM Shri @pushkardhami regarding the situation. The administration is providing all possible assistance to the affected.
Rescue efforts by local Army…
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) February 28, 2025
BRO कमांडर अंकुर महाजन ने बताया कि हमें सुबह 8:00 बजे पहाड़ी से एवलांच यानि ग्लेशियर फटने की सूचना मिली थी। अंकुर महाजन ने बताया कि सूचना मिलते ही बचाव और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। जानकारी के अनुसार, एक निजी ठेकेदार के 57 मजदूर बर्फ में दबे हैं। ये सभी मजदूर वहीं पर कैंप बना कर रह भी रहे थे, तभी हादसे का शिकार हो गए। बद्रीनाथ धाम में इस समय भारी बर्फबारी हो रही है। जनजीवन सामान्य करने के लिए सड़कों पर से बर्फ को हटाया जा रहा है. BRO कमांडर अंकुर महाजन ने बताया कि बर्फबारी की वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन में दिक्कत आ रही है। फिर भी हमारी टीम मजदूरों को सकुशल बर्फ से निकाले का प्रयास कर रही है।