उत्तराखंड में भले ही नवंबर का मौसम रुखा गुजरा हो, लेकिन दिसंबर महीने के दूसरे हफ्ते में बर्फबारी हो गई है। जिससे स्थानीय लोगों और पर्यटकों का इंतजार खत्म हो गया है। Snowfall In Uttarakhand बर्फबारी से देवभूमि की वादियां निखर सी गई है। रविवार दोपहर से मौसम ने करवट ली। जिसके बाद बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री एवं यमुनोत्री धामों के अलावा, हर्षिल, हेमकुंड साहिब, औली के साथ कुमाऊं मंडल में मुनस्यारी, बागेश्वर, नैनीताल की ऊंची चोटियों व रानीखेत-मुक्तेश्वर में हिमपात हुआ। आगे भी कमोबेश ऐसा ही नजारा देखने को मिल सकता है। 10 दिसंबर के बाद प्रदेश में हल्की बारिश और बर्फबारी लगातार जारी रहेगी यानी मौसम की जो बेरुखी देखने को मिल रही थी, वो नए साल के मौके पर दूर हो जाएगी।
मौसम विभाग ने मंगलवार को 12 जनपदों में शीत लहर चलने का यलो अलर्ट जारी किया गया है। पर्वतीय क्षेत्र में बर्फबारी होने से मैदान में तापमान एकाएक गिर गया है। सोमवार को अधिकतम तापमान में सात और न्यूनतम तापमान छह डिग्री सेल्सियस की कमी दर्ज की गई। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि मंगलवार को देहरादून, टिहरी, पौड़ी, उत्तरकाशी, चमोली, नैनीताल, अल्मोड़ा, चंपावत, रुद्रप्रयाग, पिथौरागढ़ एवं बागेश्वर में कहीं-कहीं शीत लहर चलने की संभावना है। इसे देखते हुए यलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया मंगलवार को दून का मौसम शुष्क रहेगा, लेकिन शीत लहर चलने से ठंड में इजाफा हो सकता है। पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फबारी होने से मैदानी क्षेत्रों में इसका असर देखा जा रहा है।