उत्तराखंड एसटीएफ ने साइबर ठगों के अंर्तराष्ट्रीय ठग गिरोह का भंडाफोड किया है। इनमें से एक आरोपी साइबर ठगों को ट्रेनिंग भी देता था। जो कि 10वीं पास निकला। एसटीएफ ने उधमसिंह नगर निवासी हरजिन्द्र सिंह और संदीप सिंह को गिरफ्तार किया। Uttarakhand STF Arrest Cyberaccused जो दोनों दोस्त हैं। पुलिस पूछताछ में बताया गया कि संदीप सिंह मलेशिया जाकर साइबर अपराधियों को ट्रेनिंग देने भी गया था। दोनों के एकाउंट से करोड़ों रुपए मिले हैं। साथ ही मोबाईल के डिजीटल वालेट में लाखों रूपये की क्रिप्टोकरेन्सी की पायी गयी है। गिरफ्तार किए गए ग्राम दिनेशपुर जिला ऊधमसिंहनगर निवासी हरजिंदर सिंह व संदीप थाईलैंड मव बैठे साइबर ठगों को खातों के दस्तावेज उपलब्ध कराते थे। पूछताछ में बताया कि ये टेलीग्राम के माध्यम से साइबर अपराधियों के सम्पर्क में आये, इन्होंने बताये गये प्लान के अनुसार विभिन्न लोगों को झांसे और विभिन्न प्रकार से प्रलोभनों में लेकर फर्मो के नाम से कई बैंको में करेंट अकाउंट खुलवाये गये। जिसके सारे दस्तावेज इन्हीं के पास रहते थे।
ये टेलीग्राम से संचालित साइबर अपराधियो को एक X HELPER APP के माध्यम से अकांउट लिंक करते थे। मैसेज फॉरवर्ड एप के जरिये ओ.टी.पी. नम्बर लिंक कर दिये जाते थे। जिसके बाद सारे अकाउंट पूरे देश में साइबर अपराधों में ट्राइजेक्शन के लिए प्रयुक्त किये जा रहे थे। प्रत्येक अकाउंट में ट्रासंफर हुई धनराशि का एक प्रतिशत के हिसाब से इन दोनों को क्रिप्टो करेन्सी के माध्यम से Trust wallet में USDT (क्रिप्टो करेन्सी) में भुगतान मिलता था। जिसको ये दोबारा टेलीग्राम चेनल के माध्यम से साइबर ठगों को कम दामों पर बेचकर भारतीय मुद्रा में धनराशि प्राप्त कर लेते थे। पूछताछ में इन्होने यह भी बताया कि अब तक पिछले एक वर्ष में ही प्रोफिट के रूप में लगभग इन्होनें 01 करोड़ 20 लाख की धनराशि प्राप्त की है, जिसमें से लगभग 25 लाख मार्च माह में ही प्राप्त हुए है। पकड़े जाने के दौरान अभियुक्त संदीप सिंह और हरजिन्दर सिंह के मोबाईल के डिजीटल वालेट में लाखों रूपये की क्रिप्टोकरेन्सी की पायी गयी है।